"कर्म की गति इतनी बलवती होती है
सर्वभूत शरणम्
कि वह भाग्य की रेखा को बदल देती है"
"शक्ति कभी भी शारीरिक या मानसिक क्षमता से उत्पन्न नहीं होती
सर्वभूत शरणम्
बल्कि वह अजेय संकल्प से उत्पन्न होती है"
"प्रसन्नता की प्राप्ति इंसान के कर्म पर निर्भर करती है
सर्वभूत शरणम्
कर्म जितना सात्विक होगा हृदय उतना निर्मल होगा"
स्वागतम्
25 वर्षों से साधना के क्षेत्र में हैं ज्योतिषविद् सर्वभूत शरणम्
सर्वभूत शरणम् पिछले 25 वर्षों से अध्यात्म, योग और ज्योतिष के क्षेत्र में स्वयं को समर्पित किए हुए हैं। इनसे जुड़े लोगो का मानना है कि मां भगवती की इन पर विशेष कृपा है। ज्योतिष के अतिरिक्त गुरुश्री की विशिष्ट पहचान स्पर्श ध्यान पद्धति है। इनके इस अनुभव से अब तक बहुतेरे जन लाभांवित हो चुके हैं। इन लाभान्वित लोगों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त हस्तियाँ भी शामिल हैं।
जानें क्या हैं पंच महापुरुष योग भाग-3
Sarvabhoot SharanamDecember 12, 2019
यहाँ पर अंतिम पंच महापुरुष योग के बारे में जानकारी देंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि यह योग किस तरह से भंग भी होता…
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देवशयनी एकादशी आषाढ़ शुक्ल पक्ष में दशमी तिथि के अगले दिन होती है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने के लिए योगनिद्रा में चले जाते…
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पितृदोष भाग-2 – सर्वभूत शरणम्
Sarvabhoot SharanamDecember 5, 2019
पितृदोष के प्रभाव और लक्षण
भारतीय ज्योतिष में कई तरह के दोष बताए गए हैं। इनमें पितृदोष को सबसे बड़ा दोष माना गया…
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पितृदोष भाग-1 – सर्वभूत शरणम्
Sarvabhoot SharanamDecember 5, 2019
पितृदोष के बारे में आपने सुना होगा। इसे लेकर तरह-तरह की शंकाएं-आशंकाएं भी जरूर मन में होगी। यदि आपकी कुंडली में पितृदोष है तो मन…
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मोहिनी एकादशी को पुराणों में श्रेष्ठ बताया गया है। यह एकादशी वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में होती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु…
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जानें क्या हैं पंच महापुरुष योग भाग-2
Sarvabhoot SharanamDecember 12, 2019
भद्र योग यदि बुध अपनी स्वराशि मिथुन या उच्च राशि कन्या में स्थित होकर केन्द्र में स्थित हो तो ‘भद्र’ योग बनता है। यह भी…
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मंगल दोष
Sarvabhoot SharanamDecember 5, 2019
वैदिक ज्योतिष में पितृदोष के बाद मंगल दोष को सबसे ज्यादा अहमियत दी गई है। यह ऐसा दूसरा सबसे बड़ा दोष है, जो जातक के…
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पितृदोष भाग-3 – सर्वभूत शरणम्
Sarvabhoot SharanamDecember 5, 2019
बृहत्त पराशर होरा शास्त्र के अनुसार जन्मकुंडली में 14 प्रकार के शापित योग हो सकते हैं। इनमें पितृ दोष, मातृ दोष, भ्रातृ दोष, मातुल दोष,…
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जब किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली की विवेचना की जाती है तो उसमें चंद्रलग्न की भी विशेष महत्ता रहती है। चंद्रलग्न, जन्मलग्न के तुल्य ही…
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चंद्रलग्न योग भाग-2: दुरुधरा योग दिलाता है उत्तम वाहन
Sarvabhoot SharanamDecember 27, 2019
जब जन्मकुंडली में चंद्रमा के दोनों ओर यानी दूसरे और बारहवें भाव में ग्रह स्थित होते हैं तो दुरुधरा योग बनता है। इस योग में…
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वरुथिनी एकादशी वैशाख मास के कृष्ण पक्ष में आती है। इस दिन व्रत रखकर पूजा करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वरुथिनी…
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एकादशी को आंवले से करें स्नान, कट जाएंगे पाप
Sarvabhoot SharanamDecember 14, 2019
१. वाधूलस्मृति में कहा गया है कि - "स्नानमूला: क्रिया: सर्वा: सन्ध्योपासनमेव च। स्नानाचारविहीनस्य सर्वा: स्यु: निष्फला: क्रिया:।।" यानी स्नान किए बिना जो पुण्य कर्म…
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पुत्रदा एकादशी की महिमा अपरमपार है। पुत्रदा एकादशी श्रावण माह के शुक्ल पक्ष में दशमी के अगले दिन होती है। इस व्रत को करने वाले…
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योगिना एकादशी का व्रत करने से मुनष्य को अपने जीवन में हर सुख-सुविधा हासिल होती है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने वाला…
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कबाड़ को बाहर कर सुधारें अपना भाग्य
Sarvabhoot SharanamNovember 28, 2018
कई बार देखने में आता है कि घर में अच्छी खासी चहल-पहल रहने के बावजूद उसमें नकारात्मक ऊर्जा सी रहती है। घर के सदस्य आपस…
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चंद्रलग्न भाग-3: केमद्रुम योग देता है दारिद्रता
Sarvabhoot SharanamDecember 27, 2019
चन्द्रमा से द्वितीय तथा द्वादश स्थान में जब कोई भी ग्रह न हो तो केमद्रुम योग बनता है। यानी चंद्रमा से दूसरा और बारहवां भाव…
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गीले पैर भोजन करने से मिलती है लंबी आयु
Sarvabhoot SharanamFebruary 1, 2020
मृत्यु लोक में यानी इस नश्वर जगत में सृष्टि चक्र को संचालित करने के लिए भोजन सबसे पहली अनिवार्य और अपरिहार्य शर्त है। प्राणी से…
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भींगे पैर सोने से भाग जाती हैं लक्ष्मी
Sarvabhoot SharanamDecember 12, 2019
१. विष्णु पुराण में कहा गया है कि सदा पूर्व या दक्षिण की तरफ सिर करके सोना चाहिए। उत्तर या पश्चिम दिशा की तरफ सिर…
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जानें क्या हैं पंच महापुरुष योग भाग-1
Sarvabhoot SharanamDecember 6, 2019
किसी व्यक्ति की कंुडली में जो ग्रह स्थिति बनती है, उनसे कई तरह जरूरी और महत्वपूर्ण योग भी बनते हैं। इनमें कई योग राजयोग कारक…
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नहीं पहनें दूसरों का धारण किया हुआ वस्त्र
Sarvabhoot SharanamDecember 20, 2019
१. व्याघ्रपाद स्मृति में कहा गया है - "यज्ञं दानं जपो होमं स्वाध्यायं पितृतर्पणम्। नैकवस्त्रो द्विज: कुर्याद् भोजनं तु सुरार्चनम्।।" अर्थात् एक वस्त्र पहन कर…
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ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को अपरा या अचला एकादशी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने और…
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निर्जला एकादशी ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष में आती है। इस दिन पानी पीने की मनाही है इसलिए इसका नाम निर्जला एकदशी पड़ा। इसको भी…
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पापमोचिनी एकादशी चैत्र मास के कृष्ण पक्ष में आती है। यह अक्सर होलिका दहन और चैत्र नवरात्रि के बीच में होती है इसलिए इसे विशेष…
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दैनिकचर्या के शास्त्रोक्त विधान – सर्वभूत शरणम्
Sarvabhoot SharanamDecember 12, 2019
सनातन हिंदू धर्म और संस्कृति अद्वितीय, विलक्षण एवं अपरिमेय है। इसमें बताए गए सभी विधान, नियम, सिद्धांत, आचरण और व्यवहार न केवल मानव जाति को…
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कामदा एकादशी चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को होती है। सांसारिक मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस एकादशी का व्रत किया जाता है।…
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